अघोरियों के बारे में रहस्यमय और अनसुनी बातें जो किसी आम आदमी को पता नहीं

अघोर पंथ यह एक हिंदू धर्म का संप्रदाय है। अघोर पंथ की उत्पत्ति के काल के बारे में अभी निश्चित प्रमाण नहीं मिले हैं, परन्तु इन्हें कपालिक संप्रदाय के समकक्ष मानते हैं। ये प्राचीनतम धर्म “शैव” (शिव साधक) से संबधित हैं। अघोरियों को इस पृथ्वी पर भगवान शिव का जीवित रूप माना जाता है। शिवजी के पांच रूपों है और इन में से एक रूप अघोर रूप है। अघोरी हमेशा से लोगों की जिज्ञासा का विषय रहे हैं। अघोरियों का जीवन कठिन और रहस्यमयी है । अघोरियों की साधना विधि सबसे ज्यादा रहस्यमयी है। उनकी अपनी शैली और विधान की अलग विधियां हैं। अघोरी मतलब जो घोर नहीं हो और जो बहुत सरल और सहज हो। जिसके मन में कोई भेदभाव नहीं हो। अघोरी हर चीज में समान भाव रखते हैं। वे सड़ते जीव के मांस को भी उतना ही स्वाद लेकर खाते हैं, जितना स्वादिष्ट पकवानों को स्वाद लेकर खाया जाता है। १. अघोरी तीन तरह की साधनाएं करते हैं। १. शिव साधना २. शव साधना ३. श्मशान साधना शिव साधना में शव के ऊपर पैर रखकर खड़...